दो अजनबी एक वासना से भरे कमरे में जुड़ते हैं, जिसमें महिला का नाम अज्ञात, पुरुष की इच्छा अनबुझी होती है। उनके शरीर आनंद के नृत्य में टकराते हैं, उनकी कराहें खाली जगह में गूंजती हैं। जुनून की एक रात सामने आती है, जिससे उसके जागने में केवल संतुष्टि मिलती है।