एक आकर्षक लड़की आत्म-आनंद में लिप्त होती है, उसका प्रतिबिंब उसके शरीर के हर अंतरंग विवरण को कैद करता है। उसकी उंगलियां उसके शरीर पर नृत्य करती हैं, उसके हर मोड़ और दरार की खोज करती हैं, खुशी की कराहों को बाहर निकालती हैं जो बाथरूम के दर्पण को गूंजती हैं।